बाढ़ का पानी हुआ कम तो दिल्ली पर मंडराया ये खतरा ( फ़ोटो साभार : PTI )
दिल्ली 45 साल बाद अपनी अभूतपूर्व बाढ़ की स्थिति के लिए अंतरराष्ट्रीय खबरों में है। दशकों पुरानी मौजूदा जल निकासी प्रणाली 2.5 करोड़ आबादी के लिए दबाव मे है, जो वास्तव में जरूरत को पूरा करने के लिए अपर्याप्त है। इसके परिणामों के कई आयामों में से, स्वास्थ्य एक प्रमुख चिंता का विषय है क्योंकि यह एक ऐसा पहलू है जो बाढ़ समाप्त होने के बाद भी प्रभावित करेगा।
हममें से प्रत्येक को निम्नलिखित के लिए तैयार रहना चाहिए:
- दुर्घटनाएँ और चोटें।
- पानी, सीवर, गड्ढे आदि में डूबना।
- कीड़े और साँप का काटना।
- जलजनित रोग: हैजा, दस्त, टाइफाइड, अमीबियासिस, हेपेटाइटिस, गैस्ट्रोएंटेराइटिस, जिआर्डियासिस,कैम्पिलोबैक्टीरियोसिस,खुजली और कृमि संक्रमण।
दिल्ली के कैलेंडर को देखें, सर्दियां, वायु प्रदूषण से निपटने के लिए तैयार हो जाएं। गर्मी, हीट स्टरोक र्और अन्य गर्मियों की बीमारियों से निपटने के लिए तैयार हो जाएं, और अब, यह मानसून का मौसम है, उपरोक्त बीमारियों से निपटने के लिए तैयार हो जाएं। केरल, मुंबई, चेन्नई पहले से ही इसे सीखने की प्रक्रिया में हैं। वे लेप्टोस्पायरोसिस नामक एक अधिक गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं – जिसमें बहुत तेज बुखार होता है और यह घातक हो सकता है। दरअसल, उपरोक्त सभी बीमारियों से अगर ठीक से न निपटा जाए तो इसका मतलब है मौत।
चूंकि यह शहर के प्रत्येक व्यक्ति का काम है कि वह बीमारियों की रोकथाम के लक्ष्य को प्राप्त करने में योगदान दे, जिसे वास्तव में सामुदायिक चिकित्सा कहा जाता है। अब समय आ गया है कि हम अपनी अगली पीढ़ियों को एक अच्छा शहर देने की तयारी शुरू करें या हम अनिच्छा से इस सालभर बिमारियो सॆ भरे हुए कैलेंडर को उनके साथ साझा करेंगे।
अब और क्या किया जा सकता है:
सावधानियां:
- चोटों, किटाणुऔं अथवा सापों के काटने जेसी घटनाओं के प्रति सतर्क रहें।
- पानी में खेलना बंद करे, यह सीवर मिश्रित पानी है।
- अपने डर और चिंता की स्थितियों को संभालें।
होम्योपैथिक ईलाज:
विभिन्न जलजनित रोगों के लिए पाइरोजेन 200 की गोलियां देना शुरू करें, तीन दिनों तक हर तीन घंटे में 4-4 गोलियां। यह किसी भी महामारी की स्थिति से बचाने के लिए एक निवारक के रूप में मदद करेगा।
कई गैर सरकारी संगठन और सरकारी निकाय अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। आइए हम सब इसका समर्थन करें और इसे मदद करे।
नागरिक का अर्थ है शहर में रहने वाला प्रत्येक व्यक्ति, न केवल अपनी स्वच्छता के लिए, बल्कि लोगों, पशु-पक्षियों, पेड़-पौधों, हवा, पृथ्वी सहित सभी के लिए जागरूकता रखता है- पृयावरण के पृति पूण् रूप से जागरूक व्यक्ति ही नागरिक है।
आगे बढ़ें, आपको और आपके परिवार को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए उपरोक्त सावधानियां और होम्योपैथी अपनाएं।